White Opal With Fire – 10.60 Carat

99,000.00

  • White Opal With Fire – 10.60 Carat
  • Physical Healing: Fire Opal is believed to be beneficial for issues related to the eyes, the heart, and the reproductive system.
  • It is also said to boost the immune system and relieve pain. Emotional Healing: Fire Opal is said to help release negative emotions, such as anger, fear, and grief.
Category:

White Opal With Fire – 10.60 Carat

Physical Healing: Fire Opal is believed to be beneficial for issues related to the eyes, the heart, and the reproductive system. It is also said to boost the immune system and relieve pain. Emotional Healing: Fire Opal is said to help release negative emotions, such as anger, fear, and grief.

Astrological Benefits and Healing Properties of Opal
Helps in strengthening the relationship with others.
Wearer works hard to achieve their goals.
Lead your life towards happiness and love.
Boosts up the confidence and encourage self-sufficiency in an individual.
Enhances intuition and creativity.
Helps in emotional stability.
Helpful in reducing stress, anxiety and depression.
The gem improves concentration power.
It also also strengthens the immune system, metabolism and boosts the thinking ability.
Wearing opal or doodhiya patthar improves fertility and increases physical stamina.
Increases positive energy, promotes individuality and personal expression.
Also helps in spiritual healing.
ओपल रत्न धारण करने के लाभ और पहचान – ओपल रत्न शुक्र ग्रह का रत्न होता है। इसको धारण करने से शुक्र ग्रह का बल बढ़ता है। शुक्र ग्रह रोमांस, आकर्षण, शादी, सुख-सुविधाओं और हमारी ख्वाहिशों का कारक ग्रह होता है और इसके रत्न ओपल को धारण करने से शुक्र का बल बढ़ता है और हमें यह सभी चीज़ों की प्राप्ति होने लगती है। शुक्र सांसारिक ज्ञान का भी कारक ग्रह होता है और इसका रत्न धारण करने से हमें सांसारिक ज्ञान का अधिक बोध होना शुरू हो जाता है।
इसके अतिरिक्त शुक्र व्यक्ति की कुंडली में जिस भाव में स्थित होता है, जिन भावों में शुक्र की राशि वृषभ और तुला होती है और जिस भाव पर शुक्र की सप्तम दृष्टि होती है शुक्र का रत्न ओपल धारण करने से उन भावों में वृद्धि होती है और उन भावों से सबंधित फल अधिक मिलने लगते हैं। मगर आपको बता दें कि शुक्र के रत्न को धारण करने के भी कुछ नियम है यदि आप उन नियमों को देखकर रत्न धारण करते हो तभी आपको लाभ प्राप्त होगा अन्यथा लाभ के स्थान पर आपको हानि भी हो सकती है।
ओपल रत्न धारण करने के नियम – यदि आपकी कुंडली में शुक्र मारक होकर बैठा है तब आप भूल कर भी शुक्र का रत्न ओपल, हीरा या फ़िरोज़ा धारण मत करें। अन्यथा आपको लाभ के स्थान पर हानि होगी। ओपल, हीरा या फ़िरोज़ा रत्न धारण करने के लिए कुंडली में शुक्र ग्रह योग कारक होकर किसी अच्छे भाव जैसे त्रिकोण भाव (1, 7, 9), केंद्र भाव (4, 7, 10) या किसी अन्य अच्छे भाव में बैठा होना चाहिए। यदि कुंडली में शुक्र योग कारक होकर भी कुंडली के किसी बुरे भाव जैसे त्रिक भाव या किसी अन्य बुरे भाव में बैठा हो तब किसी अच्छे ज्योतिष की परामर्श से रत्न धारण करना चाहिए। यदि आपको कुंडली में योग कारक और मारक ग्रहों की पहचान करनी नहीं आती है तो आप हमरे पेज योग कारक और मारक ग्रह पर क्लिक करके प्राप्त कर सकते हो।

ओपल रत्न के लाभ (Opal Gemstone Benefits): ओप रत्न (Opal Gemstone Benefits) का इंग्लिश नाम “ओपल” लैटिन भाषा के ओपलुस से आया है, जिसका अर्थ ‘गहने सा’ है। ओपल रत्न मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। आस्ट्रेलिया अकेले ही दुनिया का लगभग 95% ओपल पैदा करता है। अन्य देशो में भी ओपल रत्न पाया जाता है यथा अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको चेकोस्लोवाकिया और दक्षिणी अफ्रीका में भी ओपल का उत्पादन होता है। ओपल रत्न कई अलग-अलग हल्के हल्के रंगों में पाया जाता है। ओपल में आयरन आक्साइड होने के कारण लाल रंग एवं मैंगनीज आक्साइड और जैविक कार्बन के कारण काले रंग में भी मिलता है।
ज्योतिष के अनुसार ओपल रत्न शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने के लिए धारण किया जाता है। जिस जातक की जन्मकुंडली में तुला एवं वृष लग्न हो या जन्मराशि चंद्रमा तुला एवं वृष हो वह ओपल रत्न पहन सकता है। उसके लिए शुक्र ग्रह राजयोग कारक ग्रह माना जायेगा, राजयोग कारक ग्रह जीवन में विशेष उन्नति प्रदान करता है।
ओपल रत्न की पहचान (Opal Gemstone Benefits):
ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) देखने में सफ़ेद चिकना सा दुधिया पत्थर होता है, जिसमें कई तरह की तरंगे निकलती है, जो एक प्रकार से आग जैसी लगती है। यह पत्थर बजन अनुसार औसत में हल्का होता है, पर इसे ज्यादा मजबूत नहीं कहा जा सकता यह नीचे गिरते ही टूट जाता है। गर्मियों में ओपल पर तेल की मालिश करनी चाहिए, ज्यादा गर्मी के कारण यह चटक भी जाता है।
ओपल रत्न के लाभ (Opal Gemstone Benefits):
ओपल पहनने से निम्नलिखित लाभ शीघ्र ही मिलते है। यदि जातक निम्नलिखित लाभ लेने की इच्छा रखता है तो उसे अवश्य ओपल उपरत्न धारण करना चाहिए।
दाम्पत्य-जीवन, पति-पत्नी, में यदि अकारण क्लेश या दरार आने लगे तो उस स्थिति में ओपल रत्न धारण करने से उत्पन्न कड़वाहट को शीघ्र ही दूर किया जा सकता है।
ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) पहनने से यौन शक्ति की व्रद्धि होती है क्योंकि यह शुक्र ग्रह का कारक ग्रह है और शुक्र वीर्य का कारक है।
सौंदर्य शक्ति की वृद्धि करता है इसकी वृद्धि से व्यक्ति में स्वयं ही आकर्षण शक्ति विकसित होने लगती है।
यह ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) मानसिक स्तर की भी वृद्धि करता है। जो व्यक्ति खुद को निराश और थका हुआ महसूस करता है वह जातक यदि ओपल उपरत्न (Opal Gemstone Benefits)पहनता है तो वह अपने आप को ऊर्जावान और रोमांचित महसूस करने लगता है।
इसके पहनने से व्यक्ति में आध्यात्मिकता तथा सात्विक चिंतन का विकास होता है।
आर्थिक समृद्धि, मान सम्मान, लोकप्रियता के साथ साथ शारीरिक तंदरुस्ती भी प्रदान करता है।
यह मन में शांत,एकाग्र एवं रचनात्मक विचारों को बढ़ाता है तथा बुरे स्वप्न से भी दूर रखता है।
केश-मुकदमों अर्थात अदालती मामलों में जीत दिलाने में मदद करता है।
यात्रा, पर्यटन और आयात / निर्यात के साथ जुड़े व्यवसाय में लगे लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होता है।
अधिकतर मामलों में ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) महिलाओं तथा पुरुषों के निजी जीवन में प्यार और रोमांस को पुनर्जीवित करता है।
शुक्र ग्रह से जुड़े काम यथा अभिनेता, अभिनेत्री, टीवी, फिल्म, थिएटर में काम कर रहे कलाकारों तथा कंप्यूटर,आईटी आदि से जुड़े काम वाले व्यक्ति को यह उपरत्न पहनना चाहिए।
इससे ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) मानसिक तनाव, उदासीनता, आलस्य, लाल रक्त कणिकाओं तथा नेत्र रोग संबंधित विकारों से राहत दिलाता है।
ओपल रत्न कैसे धारण करे?
ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) के उपरत्न को चांदी की अंगूठी या लॉकेट में धारण किया जाता है। इसे शुक्रवार के दिन शुक्र की होरा में पहनना चाहिए। इस पत्थर को सीधे हाथ की अनामिका अंगुली में धारण करना चाहिए। इसे पहनने से पहले कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध करके सफेद कपडे के ऊपर रख लेना चाहिए तत्पश्चात शुक्र के मंत्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” से अभिमंत्रित कर विधिवत संकल्पपूर्वक धुप,दीप नैवेद्य से पूजा अर्चना करके अंगूठी को पहन लेना चाहिए।
पति-पत्नी में क्लेश के लिए:
ओपल रत्न (Opal Gemstone Benefits) पति-पत्नी के क्लेश को दूर करता है, ओपल रत्न शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने लिए धारण किया जाता है। हीरे के दो उपरत्न है 1. जरकन 2. ओपल, हिंदी में ओपल रत्न को दूधिया पत्थर के नाम से जाना जाता है। ओपल (Opal Gemstone Benefits)पहनने से पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका के बीच खराब सम्बन्ध हो तो वह शीघ्र ही दूर हो जाते है और मान-सम्मान में वृद्धि होती है। ओपल पत्थर एक प्रकार के धातु से बना जैल है जो बहुत ही कम तापमान पर चूना पत्थर, बलुआ पत्थर, आग्नेय चट्टान, मार्ल और बेसाल्ट जैसे चट्टान की दरारों में इकठ्ठा होने से बनता है। इसका प्रयोग मोती के विकल्प के रूप में भी किया जाता है।

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “White Opal With Fire – 10.60 Carat”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Delivery Details 

We Will Dispatch Your Order in 2-3 Business days.
Delivery Time is Depend On Your Location. In india We Will Delivery Your Product in 4-10 Days.
If Your Location In Out Of India So Delivery Depend On Your Location, Area, Shipment Policy and Country Policy.
If you have any Enquiry Consult Us.